अक्टूबर में डाले ये, PGR tonic, गन्ना जाएगा 15 फीट से ज्यादा
आज हम बात करेंगे गन्ना फसल के बारे में, जिनमें फंगस रोग ने खासकर 0238 गन्ना प्रजाति को ज्यादा प्रभावित किया है। इस पोस्ट में मैं आपको बताने वाला हूँ कि मैंने क्या कीटनाशक और फंगीसाइड का प्रयोग किया है और गन्ने के खेत में क्या खाद डाली है, जिससे गन्ने की ऊँचाई, मोटाई और वजन में वृद्धि हो सके।
कीटनाशक का चुनाव
अगर कीटनाशक की बात करें, तो मैंने इसमें हमला पान (50 लीटर) का प्रयोग किया है। एक लीटर की बोतल को 10 बीघा खेत में डालना होता है। इसमें क्लोर पेरिफॉस (50%) और साइपर मेथ्रिन (5% EC) शामिल हैं, जो हर प्रकार के कीटों के खिलाफ प्रभावी है। साथ ही, मैंने मोटर (जो हर प्रकार की सुंडी को खत्म करता है) का भी उपयोग किया है, जिसमें कार्बोफ्यूरान (75% SG) है।
फंगीसाइड का प्रयोग
किसान साथियों, मैंने एक जापानी टेक्नोलॉजी का फंगीसाइड एज अ टॉप लगाया है। यह बहुत ही प्रभावी है और इससे अच्छे परिणाम मिलते हैं। यह मेरी आखिरी स्प्रे थी और इसके बाद मैं कोई भी फंगीसाइड या कीटनाशक नहीं लगाऊंगा।
खाद का प्रयोग
कैल्शियम नाइट्रेट विद बोन मील (25 किलो का पैक) जो गन्ने के तने की लंबाई, मोटाई और वजन को बढ़ावा देता है। साथ ही, मैं 50 किलो यूरिया का बैग ले जा रहा हूँ, जो गन्ने की जड़ों में नमी पैदा करने में मदद करता है। नमी बनी रहने से गन्ने की बढ़वार अच्छी होती है और अगर गन्ने की पत्तियाँ पीली पड़ती हैं, तो यूरिया उसे हरा करने में भी मदद करता है।
मैग्नीशियम का महत्व
इसके अलावा, मैंने 25 किलो का मैग्नीशियम भी लिया है। यह गन्ने की पत्तियों को हरा-भरा बनाए रखता है, जिससे प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया बाधित नहीं होती और गन्ने का विकास बेहतर होता है।
खाद और कीटनाशक का संयोजन
यदि किसी भाई ने कीटनाशक या फंगीसाइड की स्प्रे नहीं कराई है, तो वह खाद में रिजेंट डाल सकते हैं, जो एक अच्छी कीटनाशक है।